Dr. Babasaheb Ambedkar with Bhante H. Sadatissa at Varanasi Airport Babatpur 1956

लाल बहादुर शास्त्री विमानक्षेत्र

Varansi, Bhart

लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट वाराणसी: यात्रा घंटे, टिकट और यात्रा गाइड

दिनांक: 14/06/2025

परिचय

लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (IATA: VNS), वाराणसी शहर के केंद्र से लगभग 26 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित, भारत के सबसे पुराने और आध्यात्मिक शहरों में से एक के लिए मुख्य विमानन प्रवेश द्वार है। 1924 में स्थापित, यह हवाई अड्डा वाराणसी के एक प्रमुख तीर्थ, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल में परिवर्तन के साथ विकसित हुआ है (MagicBricks)। भारत के दूसरे प्रधान मंत्री, लाल बहादुर शास्त्री के सम्मान में 2005 में नाम बदलने के बाद, हवाई अड्डा ऐतिहासिक श्रद्धा को आधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़ता है, जो शहर की गहरी सांस्कृतिक विरासत और आकांक्षाओं को दर्शाता है।

घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों उड़ानों के साथ 24/7 संचालित होने वाला यह हवाई अड्डा, वाराणसी की आध्यात्मिक चरित्र को दर्शाते हुए संस्कृत में घोषणाओं जैसी सांस्कृतिक स्पर्शों द्वारा विशिष्ट है (Wikipedia)। हालिया विस्तार परियोजनाओं—जिसमें एक नया 75,000 वर्ग मीटर का टर्मिनल और विस्तारित रनवे शामिल हैं—से क्षमता में काफी वृद्धि होने और यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की उम्मीद है (The Hindu; Economic Times)।

यह गाइड यात्रा घंटे, टिकटिंग, परिवहन, पहुंच, यात्रा युक्तियों और आस-पास के आकर्षणों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, जिससे यात्रियों को वाराणसी की अपनी यात्रा का अधिकतम लाभ उठाने में मदद मिलती है।

विषय सूची

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और हवाई अड्डे का महत्व

लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने 1924 में वाराणसी हवाई अड्डे के रूप में परिचालन शुरू किया, जिससे यह भारत के सबसे पुराने हवाई अड्डों में से एक बन गया (MagicBricks)। इसकी स्थापना ने वाराणसी की हवाई संपर्क की बढ़ती आवश्यकता का जवाब दिया, जो एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में शहर की महत्वपूर्ण भूमिका का समर्थन करता था।

अक्टूबर 2005 में, हवाई अड्डे का नाम उत्तर प्रदेश के मूल निवासी और सादगी और सत्यनिष्ठा के प्रतीक लाल बहादुर शास्त्री के सम्मान में रखा गया (MagicBricks)। इस नामकरण ने एक आधुनिक सुविधा के रूप में और राष्ट्रीय विरासत को श्रद्धांजलि के रूप में हवाई अड्डे की भूमिका को रेखांकित किया।


अंतर्राष्ट्रीय प्रवेश द्वार और आधुनिक विस्तार

2012 में हवाई अड्डे के अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल का उद्घाटन किया गया, जिसने वाराणसी को सीधे वैश्विक शहरों से जोड़ा, जिससे विशेष रूप से दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और यूरोप से अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा किया गया (LinkedIn)। 2022-23 में, हवाई अड्डे ने महत्वपूर्ण कार्गो मात्रा का प्रबंधन किया, जिससे क्षेत्रीय व्यापार में इसकी भूमिका रेखांकित हुई (MagicBricks)।

वास्तुशिल्प की दृष्टि से, टर्मिनल डिजाइन वाराणसी के प्राचीन मंदिरों, घाटों और आध्यात्मिक रूपांकनों से प्रेरित है, जो आगंतुकों को शहर के सांस्कृतिक वातावरण में डुबो देता है (LinkedIn; The Hindu)।


हवाई अड्डे की सुविधाएं, यात्रा घंटे और टिकटिंग

संचालन घंटे: हवाई अड्डा घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों उड़ानों के लिए, सप्ताह के सातों दिन, 24 घंटे खुला रहता है।

टिकटिंग: एयरलाइन वेबसाइटों, ट्रैवल एजेंसियों या ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म के माध्यम से टिकट बुक किए जा सकते हैं। पीक सीज़न के दौरान अग्रिम बुकिंग की सलाह दी जाती है।

सुविधाएं: यात्री सुविधाओं में चेक-इन काउंटर, सुरक्षा जांच, बैगेज सेवाएं, खाद्य आउटलेट, खुदरा खरीदारी और विशेष ज़रूरतों वाले यात्रियों के लिए सहायता शामिल हैं। अनूठी विशेषताओं में एक मुफ्त रीडिंग लाउंज और संस्कृत में घोषणाएं शामिल हैं (MagicBricks)।

पहुंच: रैंप, समर्पित शौचालय और अनुरोध पर सहायता विकलांग यात्रियों के लिए उपलब्ध हैं।


परिवहन और पहुंच

हवाई अड्डे का नेशनल हाईवे 31 पर स्थित होना वाराणसी और आस-पास के कस्बों तक सीधी और कुशल सड़क संपर्क सुनिश्चित करता है (TripXL)। प्रमुख परिवहन विकल्प शामिल हैं:

  • टैक्सी: टर्मिनल पर उपलब्ध; किराए आमतौर पर दूरी और वाहन के प्रकार के आधार पर ₹300 से ₹800 तक होते हैं (KashiYatra)।
  • ऐप-आधारित कैब: उबर और ओला हवाई अड्डे से संचालित होते हैं, जो सुविधाजनक, ऐप-आधारित बुकिंग प्रदान करते हैं (OffTheGate)।
  • बसें: सार्वजनिक बसें हवाई अड्डे को शहर और आस-पास के कस्बों से जोड़ती हैं, हालांकि कम बार-बार होती हैं और हल्के सामान के साथ यात्रा करने वालों के लिए सबसे उपयुक्त हैं।
  • रेल: बाबतपुर स्टेशन (4 किमी दूर) सीमित कनेक्टिविटी प्रदान करता है; वाराणसी जंक्शन (18 किमी दूर) प्राथमिक रेल हब है (Varanasi Guru)।
  • निजी स्थानांतरण और समूह यात्रा: प्रयागराज, अयोध्या या बोध गया जैसे गंतव्यों तक आगे की यात्राओं के लिए आउटस्टेशन कैब, टेम्पो ट्रैवलर्स और बसों को प्री-बुक किया जा सकता है (KashiYatra)।

वाराणसी की खोज: हवाई अड्डे के पास शीर्ष आकर्षण

वाराणसी की समृद्ध विरासत हवाई अड्डे से आसानी से सुलभ है। उल्लेखनीय स्थलों में शामिल हैं:

  • काशी विश्वनाथ मंदिर: भारत के सबसे पूजनीय हिंदू मंदिरों में से एक।
  • सारनाथ: बुद्ध के पहले उपदेश का स्थल, जिसमें प्राचीन स्तूप और एक प्रसिद्ध पुरातत्व संग्रहालय है।
  • वाराणसी के घाट: गंगा के किनारे प्रतिष्ठित सीढ़ियाँ, जो सूर्योदय नाव की सवारी और गंगा आरती के लिए प्रसिद्ध हैं।
  • राम नगर किला: गंगा के पूर्वी तट पर एक ऐतिहासिक किला और संग्रहालय।

इन स्थलों का पता लगाने के लिए निर्देशित दौरे और स्थानीय परिवहन उपलब्ध हैं (Varanasi Guru)।


यात्रियों के लिए यात्रा युक्तियाँ

  • जल्दी पहुंचें: अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए, प्रस्थान से कम से कम 3 घंटे पहले पहुंचें।
  • दस्तावेज़ीकरण: मान्य आईडी और, यदि लागू हो, वीज़ा साथ रखें।
  • मौसम: गर्म गर्मी और अधिक सुखद सर्दियों के लिए योजना बनाएं; पानी और धूप से बचाव ले जाएं।
  • स्थानांतरण: देर रात आगमन और पीक अवधियों के लिए टैक्सी प्री-बुक करें।
  • समूह यात्रा: आराम और दक्षता के लिए परिवारों या समूहों के लिए बड़े वाहनों पर विचार करें (KashiYatra)।
  • स्थानीय शिष्टाचार: मंदिरों या धार्मिक स्थलों पर जाते समय, खासकर, शालीनता से कपड़े पहनें।

आर्थिक प्रभाव और स्थिरता पहल

हवाई अड्डे के विकास ने क्षेत्रीय पर्यटन, वाणिज्य और निवेश को बढ़ावा दिया है। रनवे और एप्रन विस्तार सहित अवसंरचना उन्नयन, यात्री और कार्गो मात्रा में वृद्धि का समर्थन करते हैं (Economic Times)। नए टर्मिनल में स्थिरता को प्राथमिकता दी गई है, जिसमें सौर ऊर्जा और अपशिष्ट रीसाइक्लिंग सिस्टम की सुविधा है (The Hindu)।


हवाई अड्डा विस्तार 2025: मुख्य विशेषताएं

₹2,870 करोड़ के निवेश के साथ 2025 का विस्तार, हवाई अड्डे की क्षमता और यात्री अनुभव को बदल देगा:

  • नया टर्मिनल: 75,000 वर्ग मीटर, प्रति वर्ष 6 मिलियन यात्रियों को संभालना, जिसमें 5,000 प्रति घंटे की चरम क्षमता है।
  • रनवे विस्तार: चौड़े बॉडी वाले विमानों को समायोजित करने के लिए 4,075 मीटर तक विस्तारित।
  • एप्रन विस्तार: 20 विमानों के लिए जगह, भीड़भाड़ कम करना।
  • सांस्कृतिक डिजाइन: वाराणसी की आध्यात्मिक विरासत से प्रेरित वास्तुशिल्प तत्व।
  • हरित पहल: सौर ऊर्जा, अपशिष्ट रीसाइक्लिंग और ऊर्जा दक्षता पर जोर।

यह चरणबद्ध परियोजना व्यवधानों को कम करेगी और हवाई अड्डे की यात्री क्षमता को दोगुना करने की उम्मीद है (The Hindu)।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

Q: हवाई अड्डे के संचालन के घंटे क्या हैं? A: हवाई अड्डा सभी उड़ानों के लिए 24/7 संचालित होता है।

Q: मैं वाराणसी से उड़ानों के लिए टिकट कैसे बुक कर सकता हूं? A: एयरलाइन वेबसाइटों, ट्रैवल पोर्टलों या अधिकृत एजेंसियों के माध्यम से ऑनलाइन टिकट बुक किए जा सकते हैं।

Q: हवाई अड्डे से वाराणसी शहर तक कौन सी परिवहन सुविधा उपलब्ध है? A: टैक्सी, ऐप-आधारित कैब, शटल सेवाएं और बसें उपलब्ध हैं।

Q: क्या विकलांग यात्रियों के लिए सुविधाएं हैं? A: हां, रैंप, समर्पित शौचालय और सहायता सेवाएं उपलब्ध हैं।

Q: हवाई अड्डे के पास सबसे नज़दीकी ऐतिहासिक स्थल कौन से हैं? A: काशी विश्वनाथ मंदिर, सारनाथ, वाराणसी घाट और रामनगर किला आसानी से सुलभ हैं।

Q: क्या हवाई अड्डे पर सामान भंडारण की सुविधाएं हैं? A: कोई समर्पित सामान भंडारण उपलब्ध नहीं है; कृपया तदनुसार योजना बनाएं।


सारांश और अंतिम सुझाव

लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा वाराणसी के लिए एक आधुनिक, सुलभ और सांस्कृतिक रूप से तल्लीन करने वाला प्रवेश द्वार है। इसके मजबूत 24/7 संचालन, विविध परिवहन विकल्प और प्रमुख विरासत स्थलों से निकटता इसे सभी पृष्ठभूमि के यात्रियों के लिए आदर्श बनाती है। हवाई अड्डे का चल रहा विस्तार और स्थिरता पर ध्यान इसे सुविधाजनक यात्रा की सुविधा प्रदाता और वाराणसी की कालातीत विरासत के संरक्षक दोनों के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करता है (MagicBricks; The Hindu; TripXL; Varanasi Guru)।

यात्रियों को स्थानांतरण प्री-बुक करने, उड़ान शेड्यूल की पहले से जांच करने और एक सुचारू यात्रा के लिए हवाई अड्डे की सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। नवीनतम अपडेट, यात्रा गाइड और विशेष युक्तियों के लिए, Audiala ऐप डाउनलोड करें और हमारे चैनलों को फॉलो करें।


स्रोत


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