राजा दिनकर केलकर संग्रहालय, पुणे का दौरा: समय, टिकट और मुख्य अंश
तारीख: 17/07/2024
परिचय
पुणे, भारत में स्थित राजा दिनकर केलकर संग्रहालय भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की एक अद्भुत झलक प्रदान करता है। 1962 में डॉ. दिनकर जी. केलकर द्वारा स्थापित, यह संग्रहालय विभिन्न पहलुओं को कवर करते हुए भारतीय जीवन, कला और इतिहास से जुड़े व्यापक संग्रह को संजोता है। 21,000 से अधिक वस्तुओं का घरेलू संग्रह करते हुए, जिनमें से लगभग 2,500 प्रदर्शन पर हैं, संग्रहालय भारत की सांस्कृतिक धरोहर पर एक अद्वितीय दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है (राजा दिनकर केलकर संग्रहालय)। यह मार्गदर्शिका संग्रहालय के इतिहास, प्रमुख कलाकृतियों, पर्यटकों की जानकारी, यात्रा युक्तियों, आस-पास के आकर्षण और अन्य कई चीज़ों को कवर करती है, जिससे सभी आगंतुकों के लिए एक समृद्ध अनुभव सुनिश्चित हो।
विषय-सूची
- परिचय
- राजा दिनकर केलकर संग्रहालय का इतिहास
- प्रमुख ऐतिहासिक कलाकृतियां
- पर्यटकों के लिए जानकारी
- यात्रा युक्तियाँ और आस-पास के आकर्षण
- मार्गदर्शित यात्राएँ और विशेष कार्यक्रम
- फोटोग्राफी के स्थान
- अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
- निष्कर्ष
- कार्यवाही के लिए कॉल
राजा दिनकर केलकर संग्रहालय का इतिहास
शुरुआत और स्थापना
राजा दिनकर केलकर संग्रहालय, पुणे, भारत में स्थित, इसके संस्थापक डॉ. दिनकर जी. केलकर के जुनून और समर्पण का प्रतीक है। 1962 में स्थापित और डॉ. केलकर के बेटे राजा के नाम पर, जिन्हें कम उम्र में ही खो दिया गया था, संग्रहालय की शुरुआत 1920 के दशक में डॉ. केलकर के संग्रह से हुई थी। भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की उनकी इच्छा ने इस संग्रहालय की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया (राजा दिनकर केलकर संग्रहालय)।
संग्रह का विकास
डॉ. केलकर का संग्रह पहले सामान्य वस्तुओं से शुरू हुआ, लेकिन जल्द ही इसमे 15,000 से अधिक वस्तुओं का समावेश हो गया, जिनमें मूर्तियां, संगीत वाद्ययंत्र, चित्र, वस्त्र, और घरेलू वस्तुएं शामिल थीं। यह संग्रह विभिन्न सदी और भारतीय क्षेत्रों की विविध सांस्कृतिक और कलात्मक परंपराओं को दर्शाता है (भारतीय संस्कृति)।
वास्तुकला का महत्व
संग्रहालय एक पारंपरिक राजस्थानी शैली की इमारत में स्थित है, जिसमें जटिल नक़्क़ाशी, झरोखे (बालकनी) और आंगन हैं। यह वास्तुकला शैली संग्रहालय के सौंदर्य अपील को बढ़ाती है और वस्तुओं को ऐतिहासिक संदर्भ प्रदान करती है (पुणे टूरिज़्म)।
प्रमुख ऐतिहासिक कलाकृतियां
मस्तानी महल
संग्रहालय के सबसे उल्लेखनीय प्रदर्शनों में से एक है पुनर्निर्मित मस्तानी महल, जो मूल रूप से मराठा पेशवा बाजीराव प्रथम की दूसरी पत्नी मस्तानी के लिए बनाया गया था। इस प्रदर्शन में बारीक़ नक़्क़ाशीदार लकड़ी के स्तंभ, शानदार छतें और सुंदर चित्र शामिल हैं (महाराष्ट्र पर्यटन)।
संगीत वाद्ययंत्र
संग्रहालय में संगीत वाद्ययंत्रों का एक विशाल संग्रह है, जिसमें रुद्र वीणा, सारंगी और तानपूरा जैसे दुर्लभ और अनोखे यंत्र शामिल हैं। ये वाद्ययंत्र उनके ऐतिहासिक मूल्य और भारतीय शास्त्रीय संगीत में उनकी भूमिका के लिए महत्वपूर्ण हैं (सांस्कृतिक भारत)।
मूर्तियां और नक़्क़ाशी
संग्रहालय का संग्रह 14वीं से 19वीं सदी के मूर्तियों और नक़्क़ाशी का समावेश करता है, जो देवताओं, पौराणिक पात्रों और दैनिक दृश्यों को दर्शाते हैं। इन कृतियों की कौशलता और कलात्मक उत्कृष्टता उनके समय की सांस्कृतिक मान्यताओं को प्रतिबिंबित करती है (कला और संस्कृति)।
पर्यटकों के लिए जानकारी
दर्शन समय
राजा दिनकर केलकर संग्रहालय प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है। भीड़ से बचने के लिए सप्ताह के दिनों में यात्रा करने की सलाह दी जाती है।
टिकट की कीमतें
- वयस्क: INR 50
- बच्चे (5-12 साल): INR 10
- विदेशियों के लिए: INR 200
- कैमरा शुल्क: INR 50
सुविधाएं
संग्रहालय व्हीलचेयर के उपयोगकर्ताओं के लिए पूरी तरह से सुलभ है, जिससे सभी पर्यटक आराम से प्रदर्शनों का भ्रमण कर सकते हैं।
यात्रा युक्तियाँ और आस-पास के आकर्षण
यात्रा युक्तियाँ
- सबसे अच्छा समय: सप्ताह के दिनों में संग्रहालय में भीड़ कम होती है।
- फोटोग्राफी: अनुमति है लेकिन फ्लैश फोटोग्राफी से बचें ताकि प्रदर्शन वस्तुएं संरक्षित रहें।
- सुविधाएं: संग्रहालय में शौचालय और एक छोटा कैफे भी है।
आस-पास के आकर्षण
शनिवारवाड़ा, एक ऐतिहासिक किलेबंदी, और पातालेश्वर गुफा मंदिर का दौरा करके अपनी पुणे की सांस्कृतिक यात्रा को और भी समृद्ध बनाएं।
मार्गदर्शित यात्राएँ और विशेष कार्यक्रम
संग्रहालय समूहों के लिए मार्गदर्शित यात्राएं प्रदान करता है, जो प्रदर्शनों में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करने वाले विशेष कार्यक्रम और अस्थायी प्रदर्शन नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं।
फोटोग्राफी के स्थान
संग्रहालय की वास्तुकला स्वयं कई चित्रमय स्थान प्रदान करती है, विशेष रूप से झरोखा और आंगन। मस्तानी महल और संगीत वाद्ययंत्र अनुभाग भी फोटोग्राफी के लिए लोकप्रिय हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न: राजा दिनकर केलकर संग्रहालय के दर्शन समय क्या हैं?
उत्तर: संग्रहालय प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है।
प्रश्न: राजा दिनकर केलकर संग्रहालय के टिकट की कीमत क्या है?
उत्तर: टिकट की कीमतें वयस्कों के लिए INR 50, बच्चों (5-12 साल) के लिए INR 10, और विदेशियों के लिए INR 200 हैं। कैमरा शुल्क भी INR 50 है।
प्रश्न: क्या राजा दिनकर केलकर संग्रहालय में मार्गदर्शित यात्राएं उपलब्ध हैं?
उत्तर: हाँ, समूहों के लिए मार्गदर्शित यात्राएं उपलब्ध हैं।
प्रश्न: क्या संग्रहालय व्हीलचेयर के उपयोगकर्ताओं के लिए सुलभ है?
उत्तर: हाँ, संग्रहालय व्हीलचेयर के उपयोगकर्ताओं के लिए सुलभ है।
निष्कर्ष
राजा दिनकर केलकर संग्रहालय डॉ. केलकर की भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के उनके समर्पण का प्रतीक है। इसकी विविध कलाकृतियों के संग्रह से लेकर इसके वास्तुशिल्पीय सौंदर्य तक, संग्रहालय एक अद्वितीय और समृद्ध अनुभव प्रदान करता है। इस भारतीय इतिहास और संस्कृति के खजाने के दर्शन के लिए आज ही अपनी यात्रा की योजना बनाएं।
कार्यवाही के लिए कॉल
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सन्दर्भ
- राजा दिनकर केलकर संग्रहालय, 2024, राजा दिनकर केलकर संग्रहालय https://www.rajakelkarmuseum.org
- भारतीय संस्कृति, 2024, भारतीय संस्कृति https://www.indianculture.gov.in
- पुणे टूरिज़्म, 2024, पुणे टूरिज़्म https://www.punetourism.co.in
- महाराष्ट्र टूरिज़्म, 2024, महाराष्ट्र टूरिज़्म https://www.maharashtratourism.gov.in
- सांस्कृतिक भारत, 2024, सांस्कृतिक भारत https://www.culturalindia.net
- कला और संस्कृति, 2024, कला और संस्कृति https://www.artandculture.gov.in