Amohini relief from Mathura dating circa 15 CE showing ancient Indian stone sculpture

राज्य संग्रहालय लखनऊ

Lkhnu, Bhart

राज्य संग्रहालय लखनऊ की यात्रा: समय, टिकट और सुझाव

प्रकाशन तिथि: 18/07/2024

राज्य संग्रहालय लखनऊ का परिचय

राज्य संग्रहालय लखनऊ, जिसे राज्य संग्रहालय लखनऊ के नाम से भी जाना जाता है, लखनऊ, भारत के हृदय में स्थित एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संस्था है। 1863 में स्थापित, यह संग्रहालय वर्षों में विकसित होकर क्षेत्र की समृद्ध धरोहर का एक महत्वपूर्ण भंडार बन गया है। प्रारंभ में इसे प्रांतीय संग्रहालय के नाम से जाना जाता था और इसका उद्देश्य अवध क्षेत्र से संबंधित पुरावशेषों का संरक्षण और प्रदर्शन करना था, जो इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को प्रदर्शित करता है। समय के साथ, संग्रहालय ने विभिन्न कालखंडों और सभ्यताओं से संबंधित एक विविध संग्रह को शामिल करके अपना विस्तार किया है (State Museum Lucknow)।

यह संग्रहालय बनारसी बाग क्षेत्र में स्थित है और लखनऊ चिड़ियाघर की परिसीमा के भीतर स्थित है। यह संग्रहालय आगंतुकों को समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है। संग्रहालय की इमारत स्वयं एक वास्तुशिल्प चमत्कार है, जिसमें आधुनिक और पारंपरिक शैलियों का मिश्रण देखने को मिलता है, जो इस क्षेत्र की धरोहर को प्रतिबिंबित करता है। पुरातात्विक पुरावशेषों और सिक्कों के संग्रह से लेकर चित्रकला, पांडुलिपियां और नृविज्ञान वस्त्रों तक, संग्रहालय की प्रदर्शनी समय की यात्रा का एक शानदार अनुभव प्रदान करती है। बुद्ध के अवशेष, एक मिस्री ममी और अशोक के आदेश जैसे प्रमुख वस्त्रों के चलते यह संग्रहालय इतिहास प्रेमियों और सामान्य आगंतुकों के लिए अवश्य देखने वाला स्थान है। इस गाइड का उद्देश्य आपकी यात्रा की योजना के लिए आवश्यक सभी जानकारी प्रदान करना है, जिसमें टिकट की कीमतें, खुलने का समय, यात्रा सुझाव आदि शामिल हैं।

विषय-सूची

राज्य संग्रहालय लखनऊ (State Museum Lucknow) का इतिहास

स्थापना और प्रारंभिक वर्ष

राज्य संग्रहालय लखनऊ, जिसे प्रारंभ में प्रांतीय संग्रहालय के नाम से जाना जाता था, 1863 में स्थापित हुआ था। इसे सबसे पहले छोटी छतर मंजिल में रखा गया और बाद में 1883 में लाल बरादरी में स्थानांतरित किया गया। इस संग्रहालय को अवध क्षेत्र की समृद्ध धरोहर को संरक्षित करने और प्रदर्शित करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था। शुरुआत में संग्रहालय के संग्रह में केवल अवध क्षेत्र के पुरावशेष शामिल थे, जो इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को दर्शाते थे।

पुनर्स्थापन और विस्तार

1963 में, संग्रहालय को वर्तमान स्थान बनारसी बाग क्षेत्र में लखनऊ चिड़ियाघर की परिसिमा में स्थानांतरित किया गया। यह कदम संग्रहालय के संग्रह का विस्तार और प्रारंभिक वस्त्रों के संरक्षण के लिए एक अधिक उपयुक्त वातावरण प्रदान करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा था। नई इमारत को लगातार बढ़ते संग्रह को समायोजित करने और आगंतुकों को एक अधिक व्यापक अनुभव प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया था।

वास्तुशिल्पीय महत्व

राज्य संग्रहालय लखनऊ की वास्तुकला आधुनिक और पारंपरिक शैलियों का मिश्रण है। इस इमारत को क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को प्रतिबिंबित करने और वस्त्रों के संरक्षण और प्रदर्शनी के लिए आधुनिक सुविधाओं को शामिल करने के लिए डिजाइन किया गया है। संग्रहालय के डिजाइन में विस्तृत गैलरी, जलवायुक नियंत्रण वाले भंडारण क्षेत्र और अनुसंधान और शिक्षा के लिए सुविधाएं शामिल हैं।

संग्रह और प्रदर्शनी

राज्य संग्रहालय लखनऊ में विभिन्न कालखंडों और क्षेत्रों के संग्रहों के साथ एक विविध संग्रह है। संग्रह में शामिल हैं:

  • पुरातात्विक पुरावशेष: संग्रहालय में प्राचीन सभ्यताओं की मूर्तियां, बर्तन और उपकरण शामिल हैं। उल्लेखनीय वस्त्रों में सिंधु घाटी सभ्यता के मिट्टी के पुतले और मौर्य और गुप्त काल की मूर्तियां शामिल हैं।
  • सिक्का-संग्रह: संग्रहालय में विभिन्न कालखंडों के सिक्कों का विशाल संग्रह है, जिसमें प्राचीन, मध्ययुगीन और आधुनिक समय के सिक्के शामिल हैं। यह संग्रह क्षेत्र के आर्थिक इतिहास में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
  • चित्रकला और पांडुलिपियां: संग्रहालय के चित्रकला संग्रह में भारतीय कला के विभिन्न विद्यालयों से संबंधित कार्य शामिल हैं, जैसे कि मुगल, राजपूत, और पहाड़ी। पांडुलिपि संग्रह में दुर्लभ और मूल्यवान पाठ शामिल हैं, जिसमें चित्रित पांडुलिपियां और धार्मिक पाठ शामिल हैं।
  • नृविज्ञान संग्रह: संग्रहालय में नृविज्ञान संग्रह भी शामिल है, जिसमें विभिन्न समुदायों की सांस्कृतिक प्रथाओं और परंपराओं से संबंधित वस्तुएं शामिल हैं। इस संग्रह में वस्त्र, आभूषण, और दैनिक उपयोग की वस्तुएं शामिल हैं।

प्रमुख वस्त्र

राज्य संग्रहालय लखनऊ में कुछ सबसे प्रमुख वस्त्र शामिल हैं:

  • बुद्ध के अवशेष: संग्रहालय में बुद्ध के अवशेष हैं, जो उत्तर प्रदेश के पिपरावा खुदाई में पाए गए थे। ये अवशेष धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और दुनिया भर के आगंतुकों को आकर्षित करते हैं।
  • मिस्री ममी: संग्रहालय की अनोखी आकर्षणों में से एक है मिस्री ममी, जिसे मिस्र के शासक के द्वारा संग्रहालय को उपहार में दिया गया था। ममी को 2,000 से अधिक वर्ष पुरानी माना जाता है और यह आगंतुकों के बीच लोकप्रिय प्रदर्शनी है।
  • अशोक के आदेश: संग्रहालय में अशोक के आदेशों का संग्रह है, जो सम्राट अशोक द्वारा पत्थरों और स्तंभों पर खुदे हुए नीतियाँ हैं। ये आदेश भारत के सबसे महान शासकों की नीतियों और दर्शन में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।

आगंतुक जानकारी

  • खुलने का समय: संग्रहालय मंगलवार से रविवार तक सुबह 10:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक खुला रहता है। यह सोमवार और सार्वजनिक छुट्टियों पर बंद रहता है।
  • टिकट की कीमतें: प्रवेश टिकट वयस्कों के लिए INR 20, बच्चों के लिए INR 10, और विदेशी नागरिकों के लिए INR 100 में उपलब्ध है। छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट प्रदान की जाती है।
  • यात्रा सुझाव: लखनऊ चिड़ियाघर की परिसमा के भीतर स्थित संग्रहालय सार्वजनिक परिवहन और निजी वाहनों द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। ऑन-साइट पार्किंग उपलब्ध है।
  • नज़दीकी आकर्षण: क्षेत्र में रहते हुए, लखनऊ चिड़ियाघर और पास के बॉटनिकल गार्डन्स अवश्य देखें ताकि आपको एक समग्र सांस्कृतिक अनुभव मिल सके।
  • सुलभता: संग्रहालय व्हीलचेयर सुलभ है और दृष्टिबाधित और श्रवणबाधित आगंतुकों के लिए सुविधाएं प्रदान करता है।

शैक्षिक और अनुसंधान गतिविधियां

राज्य संग्रहालय लखनऊ केवल वस्त्रों का भंडार नहीं है बल्कि शिक्षा और अनुसंधान का केंद्र भी है। संग्रहालय विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रम, कार्यशालाएं, और सेमिनार आयोजित करता है ताकि क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर के ज्ञान और समझ को बढ़ावा मिल सके। यह पुरातत्व, इतिहास, और कला के क्षेत्रों में अनुसंधान को सुविधाजनक बनाने के लिए अकादमिक संस्थानों और शोधकर्ताओं के साथ भी सहयोग करता है।

संरक्षण और सुरक्षा प्रयास

संग्रहालय अपने संग्रह के संरक्षण और सुरक्षा पर जोर देता है। यह वस्त्रों के दीर्घकालिक संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक तकनीकों और प्रौद्योगिकियों को अपनाता है। संग्रहालय की संरक्षण प्रयोगशाला में वस्त्रों की पुनर्स्थापना और संरक्षण के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं हैं।

आगंतुक अनुभव

राज्य संग्रहालय लखनऊ आगंतुकों के लिए एक समृद्ध और आकर्षक अनुभव प्रदान करता है। संग्रहालय की गैलरियां अच्छी तरह से संगठित हैं और प्रदर्शनियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करती हैं। इंटरएक्टिव डिस्प्ले और मल्टीमीडिया प्रस्तुतियाँ आगंतुक अनुभव को बढ़ाती हैं और संग्रहालय को एक व्यापक दृष्टि से सुलभ बनाती हैं।

भविष्य की योजनाएं

राज्य संग्रहालय लखनऊ अपने संग्रह और सुविधाओं का विस्तार और विकास जारी रखता है। भविष्य की योजनाओं में नई गैलरियों का विकास, अतिरिक्त वस्त्रों का अधिग्रहण, और शैक्षिक एवं अनुसंधान कार्यक्रमों का संवर्द्धन शामिल है। संग्रहालय का उद्देश्य क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण और प्रचार के लिए एक अग्रणी संस्था बने रहना है।

FAQ सेक्शन

  • प्रश्न: राज्य संग्रहालय लखनऊ के खुलने का समय क्या है?
    • उत्तर: संग्रहालय मंगलवार से रविवार तक सुबह 10:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक खुला रहता है। यह सोमवार और सार्वजनिक छुट्टियों पर बंद रहता है।
  • प्रश्न: राज्य संग्रहालय लखनऊ के लिए टिकट की कीमत क्या है?
    • उत्तर: प्रवेश टिकट वयस्कों के लिए INR 20 और बच्चों के लिए INR 10 में उपलब्ध है, छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट उपलब्ध है।
  • प्रश्न: क्या संग्रहालय विकलांग लोगों के लिए सुलभ है?
    • उत्तर: हां, संग्रहालय व्हीलचेयर सुलभ है और दृष्टिबाधित और श्रवणबाधित आगंतुकों के लिए सुविधाएं प्रदान करता है।
  • प्रश्न: क्या पास में कोई अन्य आकर्षण स्थल हैं?
    • उत्तर: हां, संग्रहालय लखनऊ चिड़ियाघर की परिसिमा में स्थित है और बॉटनिकल गार्डन के पास है।

निष्कर्ष

राज्य संग्रहालय लखनऊ क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की अद्भुत झलक प्रदान करता है। चाहे आप एक इतिहास प्रेमी हों या एक शैक्षिक यात्रा की तलाश में हों, इस संग्रहालय में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। हमारी मोबाइल ऐप ऑडियाला डाउनलोड करना न भूलें और अधिक अपडेट और संबंधित पोस्ट के लिए देखें।

अधिक जानकारी के लिए, आप State Museum Lucknow के आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।

Visit The Most Interesting Places In Lkhnu

अमौसी अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र
अमौसी अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र
आम्बेडकर उद्यान, लखनऊ
आम्बेडकर उद्यान, लखनऊ
बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय
बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय
बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय, लखनऊ
बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय, लखनऊ
बड़ा इमामबाड़ा
बड़ा इमामबाड़ा
भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, लखनऊ
भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, लखनऊ
चारबाग रेलवे स्टेशन
चारबाग रेलवे स्टेशन
छोटा इमामबाड़ा
छोटा इमामबाड़ा
ध्यान चंद स्टेडियम
ध्यान चंद स्टेडियम
दिलकुशा कोठी
दिलकुशा कोठी
डॉ॰ ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय
डॉ॰ ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय
डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय
डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय
डॉ. शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय
डॉ. शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय
एरा यूनिवर्सिटी
एरा यूनिवर्सिटी
इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, लखनऊ
इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, लखनऊ
जामा मस्जिद
जामा मस्जिद
कैसरबाग
कैसरबाग
किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय
किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय
लखनऊ वायु सेना स्टेशन
लखनऊ वायु सेना स्टेशन
लखनऊ विश्वविद्यालय
लखनऊ विश्वविद्यालय
मूसा बाग़
मूसा बाग़
नादान महल
नादान महल
नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान
नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान
राज्य संग्रहालय लखनऊ
राज्य संग्रहालय लखनऊ
रूमी दरवाजा
रूमी दरवाजा
सेंट फ्रांसिस स्कूल
सेंट फ्रांसिस स्कूल
सिकन्दर बाग़
सिकन्दर बाग़
संजय गाँधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान
संजय गाँधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान
सफ़ेद बारादरी
सफ़ेद बारादरी
श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय
श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय
विधान भवन, लखनऊ
विधान भवन, लखनऊ