Indian Museum Kolkata Administrative Building

भारतीय संग्रहालय

Kolkata, Bhart

भारतीय संग्रहालय, कोलकाता, भारत का व्यापक गाइड

दिनांक: 16/07/2024

परिचय

भारतीय संग्रहालय, जिसे ভারতীয় জাদুঘর भी कहा जाता है, कोलकाता में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का एक प्रतीक है। यह संग्रहालय 1814 में बंगाल एशियाटिक सोसायटी द्वारा स्थापित किया गया था और इसे भारत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा संग्रहालय होने का गर्व है। यह संग्रहालय 4,000 से अधिक वर्षों की धरोहरों को संभालता है, जो भारतीय उपमहाद्वीप के विविध और जटिल इतिहास को दर्शाते हैं। संग्रहालय की वास्तुकला का भव्यता, जिसे वाल्टर बी. ग्रैनविले ने डिज़ाइन किया था, नियो-क्लासिकल शैली का प्रदर्शन करती है, जिसमें भव्य स्तंभ और एक विशाल प्रांगण शामिल हैं (Indian Museum)।

भारतीय संग्रहालय की महत्वता इसके भौतिक संग्रह से परे है। यह शिक्षा और अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और विद्वानों और छात्रों के लिए संसाधनों की समृद्धि प्रदान करता है। इसकी लाइब्रेरी में दुर्लभ पुस्तकें, पांडुलिपियाँ, और जर्नल्स हैं, जिससे यह अकादमिक अनुसंधान के लिए एक मूल्यवान संसाधन बनता है। संग्रहालय की प्रतिबद्धता सुरक्षा और आधुनिकरण की ओर, जिसमें क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम और रिकॉर्ड्स के डिजिटलीकरण जैसे प्रयास शामिल हैं, इसके अमूल्य संग्राहों को भविष्य के लिए संरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देती है (Preservation Efforts)। चाहे आप इतिहास प्रेमी हों, सांस्कृतिक उत्साही हों, या जिज्ञासु यात्री हों, भारतीय संग्रहालय एक समृद्ध और प्रकाशमय अनुभव का वादा करता है।

सामग्री तालिका

भारतीय संग्रहालय का इतिहास

स्थापना और प्रारंभिक वर्ष

1814 में बंगाल एशियाटिक सोसायटी द्वारा स्थापित, भारतीय संग्रहालय की प्रारंभिक संग्रहणीयता को एशियाटिक सोसायटी के भवन में रखा गया था, जब तक कि इसे 1875 में अपने वर्तमान स्थान पर नहीं स्थानांतरित किया गया (Indian Museum)।

वास्तु महत्व

वर्तमान भवन, जिसे वाल्टर बी. ग्रैनविले द्वारा डिज़ाइन किया गया है, इतालवी शैली का एक वास्तुकला अद्भुत है। 1867 और 1875 के बीच निर्मित, इसमें कोरिंथियन स्तंभों और एक विशाल प्रांगण के साथ एक भव्य मुखौटा है, जो नियो-क्लासिकल वास्तुकला रुझानों को दर्शाता है (Kolkata Architecture)।

विस्तार और संग्रह वृद्धि

प्रारंभ में भू-विज्ञान, पुरातत्व, और अवेष्टी विज्ञान के नमूनों के साथ, 19वीं सदी के अंत तक संग्रहालय के संग्रह में कला, नृविज्ञान, और आर्थिक वनस्पति भी शामिल हो गए, जिसका श्रेय विद्वानों, खोजकर्ताओं, और औपनिवेशिक प्रशासकों को जाता है (Indian Museum Collection)।

प्रमुख ऐतिहासिक मील के पत्थर

19वीं सदी

  • 1814 - संग्रहालय की स्थापना बंगाल एशियाटिक सोसायटी द्वारा।
  • 1867-1875 - वर्तमान संग्रहालय भवन का निर्माण।
  • 1878 - संग्रह की छह श्रेणियों में विभाजन: कला, पुरातत्व, नृविज्ञान, भूविज्ञान, अवेष्टी विज्ञान, और आर्थिक वनस्पति।

20वीं सदी

  • 1910 - शताब्दी उत्सव एक विशेष प्रदर्शनी के साथ।
  • 1947 - स्वतंत्रता पश्चात पुनर्गठन ताकि भारत की सांस्कृतिक धरोहर को बेहतर ढंग से प्रदर्शित किया जा सके।
  • 1960-1970 के दशक - आधुनिक प्रदर्शनी तकनीकों और शैक्षिक कार्यक्रमों की शुरुआत।

21वीं सदी

  • 2004 - सुविधाओं को अपग्रेड करने के लिए एक प्रमुख नवीनीकरण परियोजना।
  • 2014 - द्विशताब्दी समारोह विशेष प्रदर्शनी और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों के साथ।

प्रमुख प्रदर्शन और धरोहरें

  • अशोक स्तंभ - तृतीय शताब्दी ई.पू. से एक अंश, सम्राट अशोक के आदेशों से उत्कीर्णित (Ashoka Pillar)।
  • मिस्री ममी - 4,000 वर्ष पुरानी ममी जो प्राचीन मिस्र के दफनाने की प्रथाओं की झलक देती है (Egyptian Gallery)।
  • भारहुत का बौद्ध स्तूप - द्वितीय शताब्दी ई.पू. का, जटाक कथाओं के दृश्य दर्शाने वाली जटिल नक्काशी के साथ (Bharhut Stupa)।

यात्री जानकारी

खुलने का समय

भारतीय संग्रहालय मंगलवार से रविवार सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। यह सोमवार और कुछ सार्वजनिक छुट्टियों पर बंद रहता है।

टिकट की कीमतें

भारतीय नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क INR 20 है और विदेशी नागरिकों के लिए INR 500 है। फोटोग्राफी और विशेष प्रदर्शनी के लिए अतिरिक्त शुल्क लागू हो सकते हैं।

सुविधाएँ

संग्रहालय व्हीलचेयर सुलभ है और इसमें रैम्प और लिफ्ट जैसी सुविधाएँ हैं।

यात्रा सुझाव

इस्तेमाल का सबसे अच्छा समय

भीड़ से बचने के लिए सुबह के घंटे, सामान्यतः सप्ताह के दिनों में सप्ताहांत की तुलना में कम भीड़ होती है। अक्टूबर से मार्च तक के ठंडे महीने यात्रा के लिए आदर्श होते हैं।

निकटवर्ती आकर्षण

भारतीय संग्रहालय के दौरे के दौरान, आप पास के आकर्षण भी देख सकते हैं जैसे विक्टोरिया मेमोरियल, सेंट पॉल कैथेड्रल, और मार्बल पैलेस।

शिक्षा और अनुसंधान में योगदान

संग्रहालय शैक्षणिक संस्थाओं और अनुसंधान संगठनों के साथ सहयोग करता है ताकि अध्ययन का आयोजन और निष्कर्ष प्रकाशित किए जा सकें। इसकी लाइब्रेरी में दुर्लभ पुस्तकों, पांडुलिपियों, और जर्नल्स का विशाल संग्रह है, जिससे यह विद्वानों के लिए एक मूल्यवान संसाधन बनता है (Indian Museum Library)।

चुनौतियां और संरक्षण प्रयास

संरक्षण, निधि, और आधुनिकरण से संबंधित मुद्दों का सामना करते हुए, संग्रहालय ने क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम, रिकॉर्ड्स का डिजिटलीकरण, और आधुनिक संरक्षण तकनीकों पर स्टाफ ट्रेनिंग जैसे प्रयासों की शुरुआत की है (Preservation Efforts)।

भविष्य की संभावनाएं

भारतीय संग्रहालय अपने संग्रह को विस्तारित करने, दर्शकों की सुविधाओं को बढ़ाने, और इंटरैक्टिव प्रदर्शनों का विकास करने की योजना बना रहा है। यह अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालयों और सांस्कृतिक संगठनों के साथ सहयोग को मजबूत करते हुए एक शैक्षणिक और अनुसंधान संस्था के रूप में अपनी भूमिका को भी मजबूत करना चाहता है (Future Plans)।

सामान्य प्रश्न

  • क्या मैं संग्रहालय के अंदर फोटोग्राफी कर सकता हूँ?
    • हाँ, कुछ अनुभागों में फोटोग्राफी की अनुमति है। अतिरिक्त शुल्क लागू हो सकते हैं।
  • क्या यहाँ मार्गदर्शित दौरे उपलब्ध हैं?
    • हाँ, मार्गदर्शित दौरे आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से अग्रिम बुकिंग की जा सकती है।

निष्कर्ष

भारतीय संग्रहालय, कोलकाता में भारत की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। इसका व्यापक संग्रह, ऐतिहासिक महत्व, और ज्ञान को संरक्षित करने और प्रचारित करने के लिए किये गये प्रयास इसे भारत के इतिहास और संस्कृति में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए अवश्य देखने योग्य गंतव्य बनाते हैं।

अधिक अपडेट्स के लिए, हमारी मोबाइल ऐप Audiala डाउनलोड करें, अन्य संबंधित पोस्ट देखें, या सोशल मीडिया पर हमें फॉलो करें।

संदर्भ

  • भारतीय संग्रहालय, कोलकाता - इतिहास, खुलने के घंटे, टिकट, और अवश्य देखने योग्य प्रदर्शन, 2023, भारतीय संग्रहालय (Indian Museum)
  • कोलकाता आर्किटेक्चर, 2023, कोलकाता आर्किटेक्चर (Kolkata Architecture)
  • संरक्षण प्रयास, 2023, भारतीय संग्रहालय (Preservation Efforts)

Visit The Most Interesting Places In Kolkata

सबरना संग्रहशाला
सबरना संग्रहशाला
विज्ञान नगरी, कोलकाता
विज्ञान नगरी, कोलकाता
विक्टोरिया मेमोरियल
विक्टोरिया मेमोरियल
राइटर्स बिल्डिंग
राइटर्स बिल्डिंग
रवीन्द्र सेतु
रवीन्द्र सेतु
मेटकाफ हॉल
मेटकाफ हॉल
भारतीय संग्रहालय
भारतीय संग्रहालय
बो बैरक
बो बैरक
बेलूड़ मठ
बेलूड़ मठ
बिरला मंदिर (कोलकाता)
बिरला मंदिर (कोलकाता)
बिड़ला औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकीय संग्रहालय
बिड़ला औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकीय संग्रहालय
फोर्ट विलियम
फोर्ट विलियम
पार्क स्ट्रीट, कोलकाता
पार्क स्ट्रीट, कोलकाता
नेताजी भवन
नेताजी भवन
निको पार्क
निको पार्क
नखोदा मस्जिद
नखोदा मस्जिद
दक्षिणेश्वर काली मंदिर
दक्षिणेश्वर काली मंदिर
जोरासांको ठाकुर बाड़ी
जोरासांको ठाकुर बाड़ी
कालीघाट शक्तिपीठ
कालीघाट शक्तिपीठ
एम. पी. बिड़ला तारामंडल
एम. पी. बिड़ला तारामंडल
इडेन गार्डेंस
इडेन गार्डेंस
अलीपुर वन्य प्राणी उद्यान
अलीपुर वन्य प्राणी उद्यान