
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर तेलंगाना राज्य सचिवालय: हैदराबाद में दर्शनीय स्थल, टिकट और ऐतिहासिक महत्व
दिनांक: 04/07/2025
परिचय
हैदराबाद में डॉ. बी.आर. अम्बेडकर तेलंगाना राज्य सचिवालय, राज्य के प्रशासनिक परिवर्तन और सांस्कृतिक पुनरुत्थान का प्रमाण है। ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण निजाम काल की जमीनों पर स्थापित, सचिवालय आधुनिक वास्तुकला का एक चमत्कार है, जो पारंपरिक दक्कनी शैलियों को समकालीन टिकाऊ डिजाइन के साथ मिश्रित करता है। भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार और सामाजिक न्याय के पैरोकार डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के नाम पर रखा गया यह परिसर, तेलंगाना की समानता, पारदर्शिता और कुशल शासन की दृष्टि को दर्शाता है। सचिवालय के निकट 125 फुट ऊंची अम्बेडकर प्रतिमा - भारत में इस तरह की सबसे ऊंची प्रतिमा - इस स्थल के सांस्कृतिक और सामाजिक-राजनीतिक महत्व को और मजबूत करती है। यह मार्गदर्शिका सचिवालय के उद्भव, वास्तुशिल्प विशेषताओं, दर्शनीय घंटों, पहुंच और आसपास के आकर्षणों का एक व्यापक अवलोकन प्रदान करती है, जिससे हैदराबाद के सबसे महत्वपूर्ण आधुनिक स्थलों में से एक की समृद्ध यात्रा सुनिश्चित होती है (News18; Hyderabad Zone; India Today)।
ऐतिहासिक विकास और प्रशासनिक विरासत
उत्पत्ति
सचिवालय की जड़ें निजाम काल की संरचनाओं, जैसे पेशी या जी-ब्लॉक तक फैली हुई हैं, जो कभी एकीकृत आंध्र प्रदेश शासन केंद्र का मूल रूप थे। 2014 के विभाजन के बाद, सचिवालय को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बीच विभाजित कर दिया गया था, जब तक कि एक आधुनिक सचिवालय के लिए एक नई दृष्टि सामने नहीं आई, जो जीर्ण-शीर्ण इमारतों और सीमित प्रशासनिक क्षमता जैसी ढांचागत चुनौतियों का जवाब दे (Wikipedia)।
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर को समर्पण
सचिवालय डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के नाम पर भारत का पहला ऐसा परिसर है, जो सामाजिक न्याय और समावेशी शासन के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। 14 अप्रैल, 2023 को उद्घाटन की गई 125 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा, हाशिए के समुदायों के लिए एक प्रकाशस्तंभ के रूप में खड़ी है और तेलंगाना की समानता की आकांक्षाओं का प्रतीक है (The Mooknayak; Dhammabharat)।
वास्तुशिल्प और प्रशासनिक विशेषताएं
डिजाइन और संरचना
आर्किटेक्ट पोन्नी और ऑस्कर कॉनसेओ द्वारा डिजाइन किया गया और शापूरजी पल्लोनजी द्वारा निर्मित, सचिवालय 28 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें छह मंजिलों में 635 कमरे हैं। इसके 34 गुंबद और चार भव्य द्वार - जिसमें मुख्यमंत्री के लिए एक समर्पित पूर्वी द्वार शामिल है - इंडो-सार्सेनिक, नियो-मुगल और काकतीय शैलियों को मिश्रित करते हैं (The Hans India; India Today)।
इमारत स्थिरता का एक मॉडल है, जिसने इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल से गोल्डन सर्टिफिकेट प्राप्त किया है। सुविधाओं में निजाम-शैली के भोजन कक्ष, कई धर्मों के लिए अलग स्थान (मंदिर, मस्जिद, चर्च), और स्मार्ट कार्ड एंट्री के साथ उन्नत सुरक्षा शामिल है (News18; Newsmeter)।
आंतरिक मुख्य बातें
मुख्यमंत्री का प्रज्ञा दरबार हॉल और सफेद संगमरमर का सीएम केबिन पारदर्शिता और खुलेपन का प्रतीक है। इमारत 24 लिफ्ट, 30 सम्मेलन कक्ष और 560 से अधिक कारों के लिए पार्किंग से भी सुसज्जित है (The Print)।
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर तेलंगाना राज्य सचिवालय का दौरा
सामान्य दर्शनीय जानकारी
- दर्शनीय घंटे: सचिवालय उद्यान और अम्बेडकर प्रतिमा परिसर प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुले रहते हैं। मुख्य सचिवालय भवन आम तौर पर विशेष आयोजनों या निर्देशित पर्यटन के दौरान जनता के लिए सुलभ होता है, जबकि नियमित सरकारी कामकाज प्रतिबंधित रहता है।
- टिकट और प्रवेश: उद्यानों, प्रतिमा, संग्रहालय और पुस्तकालय में प्रवेश निःशुल्क है। अंदरूनी दौरे या समूह यात्राओं के लिए, तेलंगाना सरकार के पर्यटन विभाग से पूर्व अनुमति लेने की सलाह दी जाती है।
- पहुंच: परिसर पूरी तरह से व्हीलचेयर सुलभ है, जिसमें रैंप, लिफ्ट और सुलभ शौचालय हैं।
- निर्देशित पर्यटन: विशेष रूप से शैक्षिक या समूह यात्राओं के लिए अनुरोध पर उपलब्ध हैं। तेलंगाना सरकार या पर्यटन पोर्टलों के माध्यम से व्यवस्था की जा सकती है।
- फोटोग्राफी: नामित क्षेत्रों में अनुमति है; ड्रोन के लिए विशेष अनुमोदन की आवश्यकता होती है।
सुरक्षा और सुविधाएं
- सुरक्षा: यह क्षेत्र अत्यधिक सुरक्षित है, जिसमें मेटल डिटेक्टर, सामान स्कैनर और निगरानी कैमरे हैं। आगंतुकों को पहचान जांच का सामना करना पड़ सकता है, खासकर आधिकारिक या उच्च-प्रोफ़ाइल कार्यक्रमों के दौरान।
- सुविधाएं: आगंतुकों के आराम के लिए पर्याप्त पार्किंग, स्वच्छ शौचालय, जलपान स्टॉल और बैठने की जगहें प्रदान की जाती हैं।
125-फीट डॉ. बी.आर. अम्बेडकर प्रतिमा और स्मारक परिसर
ऐतिहासिक महत्व और विशेषताएं
राम वी. सूतार द्वारा डिजाइन की गई यह प्रतिमा, दुनिया की सबसे ऊंची डॉ. बी.आर. अम्बेडकर प्रतिमा और भारत की तीसरी सबसे ऊंची खड़ी प्रतिमा है। यह भारतीय संसद के मॉडल पर बने तीन-मंजिला चबूतरे पर खड़ी है, जिसमें एक संग्रहालय, पुस्तकालय और सम्मेलन कक्ष शामिल है (Wikipedia; Wirally)। चबूतरे का डिज़ाइन अम्बेडकर की संवैधानिक विरासत को बढ़ाता है, जबकि परिसर के उद्यान और पैदल मार्ग सार्वजनिक प्रतिबिंब और समारोहों के लिए स्थान प्रदान करते हैं।
स्मारक सुविधाएं
- संग्रहालय और पुस्तकालय: अम्बेडकर के जीवन, भारतीय संविधान और सामाजिक न्याय आंदोलनों पर इंटरैक्टिव प्रदर्शनियां और पुस्तकों और दस्तावेजों का एक व्यापक संग्रह (Hyderabad Zone)।
- सम्मेलन कक्ष: सेमिनार, व्याख्यान और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए स्थल।
- पहुंच: शहर के मनोरम दृश्यों के लिए ऊपरी मंच तक पहुंचने के लिए दो लिफ्ट प्रदान की गई हैं।
आगंतुक युक्तियाँ
- आरामदायक जूते और धूप से सुरक्षा पहनें।
- पानी और हल्के नाश्ते साथ ले जाएं।
- छोटी खरीद के लिए नकद और डिजिटल भुगतान दोनों विकल्प साथ लाएँ (TravellerKaka)।
सांस्कृतिक और नागरिक प्रभाव
सचिवालय और अम्बेडकर प्रतिमा ने हैदराबाद की क्षितिज रेखा और नागरिक पहचान को फिर से परिभाषित किया है। उनका पैमाना और प्रतीकवाद उन्हें सामाजिक न्याय, शैक्षिक पर्यटन और राज्य कार्यक्रमों के लिए रैली पॉइंट बनाते हैं। बहु-धार्मिक स्थानों का समावेश तेलंगाना के बहुलवाद को दर्शाता है, जबकि प्रमुख समारोहों के लिए स्थल का उपयोग - विशेष रूप से अम्बेडकर जयंती पर - लोकतांत्रिक लोकाचार के जीवित प्रतीक के रूप में इसकी भूमिका को प्रदर्शित करता है (India Today; Big Property)।
वास्तुशिल्प स्थिरता
सचिवालय टिकाऊ सरकारी बुनियादी ढांचे के लिए एक बेंचमार्क है, जिसमें निम्नलिखित विशेषताएं शामिल हैं:
- ऊर्जा दक्षता: प्राकृतिक प्रकाश, वेंटिलेशन और कुशल भवन प्रबंधन प्रणाली।
- जल संरक्षण: वर्षा जल संचयन और देशी भूदृश्य।
- अपशिष्ट प्रबंधन: कम्पोस्टिंग और रीसाइक्लिंग प्रोटोकॉल।
- हरे भरे स्थान: व्यापक लॉन और स्वदेशी वनस्पतियां जैव विविधता का समर्थन करती हैं (Economic Times Government)।
पास के आकर्षण
अपनी यात्रा को बेहतर बनाने के लिए निम्नलिखित का अन्वेषण करें:
- ** हुसैन सागर झील** (विश्व की सबसे ऊंची पत्थर की बुद्ध प्रतिमा के साथ)
- चारमीनार
- बिड़ला मंदिर
- सालार जंग संग्रहालय
- लुम्बिनी पार्क
- तेलंगाना शहीद स्मारक
- नेक्लेस रोड (Explore Hyderabad; TravellerKaka)
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न: सचिवालय और अम्बेडकर प्रतिमा के लिए दर्शनीय घंटे क्या हैं? उत्तर: उद्यान, प्रतिमा, संग्रहालय और पुस्तकालय प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुले रहते हैं।
प्रश्न: क्या प्रवेश शुल्क है? उत्तर: प्रवेश निःशुल्क है; निर्देशित पर्यटन या भवन पहुंच के लिए पूर्व अनुमति की आवश्यकता हो सकती है।
प्रश्न: क्या साइट विकलांग आगंतुकों के लिए सुलभ है? उत्तर: हाँ, परिसर व्हीलचेयर सुलभ है।
प्रश्न: क्या निर्देशित पर्यटन उपलब्ध हैं? उत्तर: हाँ, पर्यटन विभाग के माध्यम से पूर्व व्यवस्था द्वारा।
प्रश्न: पास के आकर्षण क्या हैं? उत्तर: हुसैन सागर झील, चारमीनार, बिड़ला मंदिर, सालार जंग संग्रहालय, और अन्य।
अंतिम युक्तियाँ और सारांश
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर तेलंगाना राज्य सचिवालय और इसके आस-पास का प्रतिमा परिसर इतिहास, वास्तुकला और सामाजिक न्याय का एक ऐतिहासिक संगम प्रस्तुत करता है। सचिवालय का टिकाऊ डिजाइन, समावेशी सांस्कृतिक स्थान और उन्नत सुविधाएं तेलंगाना की आकांक्षाओं का प्रतीक हैं। ऊंची अम्बेडकर प्रतिमा सभी के लिए, विशेष रूप से हाशिए के समुदायों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। चाहे आप इतिहास के शौकीन हों, वास्तुकला के उत्साही हों, या एक सामान्य आगंतुक हों, यह स्थल एक सार्थक और सुलभ अनुभव प्रदान करता है। एक संपूर्ण यात्रा के लिए, योजना बनाएं, दर्शनीय घंटों की जांच करें, और आस-पास के ऐतिहासिक आकर्षणों का अन्वेषण करें। आधिकारिक तेलंगाना सरकारी पोर्टलों और Audiala जैसे यात्रा ऐप्स के माध्यम से अपडेट रहें (The Hans India; Economic Times Government; Dhammabharat)।
स्रोत
- तेलंगाना सचिवालय विकिपीडिया
- News18
- The Mooknayak
- Explore Hyderabad
- Dhammabharat
- The Hans India
- Newsmeter
- Economic Times Government
- Statue of B. R. Ambedkar, Hyderabad - Wikipedia
- Economic Times
- Wirally
- Telangana360
- Hyderabad Zone
- TravellerKaka
- India Today
- The Print
- Big Property