डेक्कन कॉलेज पोस्ट-ग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पुणे: एक व्यापक मार्गदर्शिका - इतिहास, महत्व, आगंतुक सुझाव और सब कुछ जो पर्यटकों को जानना चाहिए\n\n#### तिथि: 14/06/2025\n\n---\n\n## परिचय\n\nपुणे, महाराष्ट्र में स्थित डेक्कन कॉलेज पोस्ट-ग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पुरातत्व, भाषा विज्ञान, मानव विज्ञान और भारतविद्या में स्नातकोत्तर शिक्षा और अनुसंधान के भारत के सबसे प्रतिष्ठित केंद्रों में से एक है। 1821 में स्थापित, यह संस्था देश की समृद्ध शैक्षणिक विरासत और सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण है। 115 एकड़ के हरे-भरे परिसर में फैला, इसमें आकर्षक गॉथिक वास्तुकला है और यह अमूल्य संग्रहालय संग्रह का घर है, जो इसे इतिहास प्रेमियों, विद्वानों और यात्रियों के लिए अवश्य देखने योग्य स्थान बनाता है।\n\nयह व्यापक मार्गदर्शिका आपकी यात्रा की योजना बनाने के लिए सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करती है - जिसमें ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, सांस्कृतिक महत्व, आगंतुक घंटे, टिकटिंग, पहुंच, परिसर की मुख्य बातें, पास के आकर्षण और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न शामिल हैं। चाहे आप भारत की प्राचीन सभ्यताओं, मराठा इतिहास, या भाषा विज्ञान और पुरातत्व के विकास में रुचि रखते हों, डेक्कन कॉलेज एक गहरा समृद्ध अनुभव प्रदान करता है।\n\nनवीनतम आगंतुक अपडेट और कार्यक्रमों के लिए, डेक्कन कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट देखें और स्वराज्यमैग और सक्सेससीडीएस जैसे संसाधनों का अन्वेषण करें।\n\n---\n\n## ऐतिहासिक अवलोकन\n\n### प्रारंभिक मूल और स्थापना\n\nडेक्कन कॉलेज की जड़ें 18वीं सदी की शुरुआत में हैं, जो सरदार सेनापती खंडेराव दाभाड़े द्वारा शुरू किए गए “दक्षिणा निधि” से शुरू हुई और पेशवाओं द्वारा पुणे में संस्कृत विद्वानों का समर्थन करने के लिए विस्तारित की गई। 1818 में अंग्रेजों द्वारा पुणे पर कब्ज़ा करने के बाद, माउंटस्टुअर्ट एल्फिंस्टन, तत्कालीन बॉम्बे के गवर्नर, ने विश्रामबाग वाडा में “संस्कृत पाठशाला” की स्थापना की। इस संस्था को आधिकारिक तौर पर 1821 में “द हिंदू कॉलेज” के रूप में मान्यता दी गई, जिसने डेक्कन कॉलेज के औपचारिक आरंभ को चिह्नित किया (स्वराज्यमैग; सक्सेससीडीएस)।\n\n### विकास, नाम परिवर्तन और शैक्षणिक विस्तार\n\n1851 में “पूना कॉलेज” और बाद में 1864 में “डेक्कन कॉलेज” के रूप में नाम बदला गया, संस्था 1868 में सर जमशेदजी जीजाभाई के परोपकार के कारण अपने वर्तमान येरवडा परिसर में स्थानांतरित हो गई। भारतीय और पश्चिमी शैक्षिक परंपराओं का मिश्रण करते हुए, डेक्कन कॉलेज जल्द ही संस्कृत, दर्शनशास्त्र, विज्ञान, पुरातत्व और सामाजिक विज्ञान का केंद्र बन गया, जिसने लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और गोपाल गणेश आगरकर जैसे प्रभावशाली व्यक्तित्वों को पोषित किया (स्वराज्यमैग)।\n\n### अनुसंधान उत्कृष्टता और योगदान\n\n1934 में संक्षिप्त रूप से बंद होने के बावजूद, डेक्कन कॉलेज 1939 में भारतविद्या और सामाजिक विज्ञान में उत्कृष्टता प्राप्त करते हुए एक अनुसंधान-उन्मुख संस्थान के रूप में पुनर्जन्म हुआ। अब पुणे विश्वविद्यालय का हिस्सा, इसने सिंधु घाटी सभ्यता के स्थलों पर खुदाई सहित अभूतपूर्व पुरातात्विक उत्खनन का नेतृत्व किया है, और भाषा विज्ञान और संस्कृत अध्ययन में प्रमुख योगदान दिया है (सक्सेससीडीएस)।\n\n### संग्रहालय और विरासत संरक्षण\n\nपरिसर में भारतीय पुरातत्व संग्रहालय और मराठा इतिहास संग्रहालय स्थित हैं, जो मिलकर भारत की प्राचीन और मध्यकालीन विरासत को स्पष्ट करने वाले दुर्लभ पांडुलिपियों, कलाकृतियों और वस्तुओं का संरक्षण और प्रदर्शन करते हैं (स्वराज्यमैग)।\n\n---\n\n## डेक्कन कॉलेज का दौरा: आवश्यक जानकारी\n\n### आगंतुक घंटे\n\n- नियमित घंटे: सोमवार से शुक्रवार, सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक\n- बंद: सप्ताहांत और सार्वजनिक अवकाश\n- संग्रहालय: नियमित घंटों के दौरान खुले\n- नोट: कुछ स्रोत बताते हैं कि परिसर सोमवार-शनिवार या मंगलवार-रविवार खुला रहता है; हमेशा आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से पुष्टि करें या पहले कॉल करें।\n\n### प्रवेश और टिकट\n\n- परिसर प्रवेश: सभी आगंतुकों के लिए निःशुल्क\n- संग्रहालय पहुंच: विशेष प्रदर्शनियों के लिए, विशेष रूप से, एक मामूली टिकट शुल्क लिया जा सकता है\n- निर्देशित टूर: समूहों, शोधकर्ताओं और शैक्षणिक प्रतिनिधिमंडल के लिए अग्रिम नियुक्ति द्वारा उपलब्ध; इनमें एक छोटा शुल्क लग सकता है (आजतक कैंपस)\n\n### पहुंच\n\n- परिसर व्हीलचेयर-सुलभ है, जिसमें पक्की रास्ते और मुख्य भवनों में कुछ रैंप हैं।\n- कुछ विरासत संरचनाओं में उनके ऐतिहासिक डिजाइन के कारण सीमित पहुंच हो सकती है।\n- पर्याप्त पार्किंग उपलब्ध है, और परिसर सार्वजनिक परिवहन, टैक्सी और ऑटो-रिक्शा द्वारा सेवा प्रदान की जाती है।\n\n---\n\n## परिसर और संग्रहालय की मुख्य बातें\n\n### वास्तुशिल्प विरासत\n\n- मुख्य भवन: इंडो-गॉथिक वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण, 1864 में निर्मित।\n- विरासत पुस्तकालय: दुर्लभ संस्कृत पांडुलिपियों, पत्रिकाओं और विंटेज साज-सज्जा का घर (न्यूज़भारती)।\n- विभागीय भवन: पुरातत्व, भाषा विज्ञान और भारतविद्या में आधुनिक अनुसंधान केंद्रों की मेजबानी करते हैं।\n\n### संग्रहालय\n\n- भारतीय पुरातत्व संग्रहालय: सिंधु घाटी सभ्यता सहित प्रमुख उत्खनन से कलाकृतियों का प्रदर्शन।\n- मराठा इतिहास संग्रहालय: मराठा इतिहास और संस्कृति से संबंधित सामग्री प्रदर्शित करता है।\n\n### मैदान और फोटोग्राफिक स्थल\n\n- हरे-भरे बगीचे, खुले लॉन और पेड़-पंक्तिबद्ध रास्ते शांत वातावरण और उत्कृष्ट फोटो अवसर प्रदान करते हैं।\n- लोकमान्य तिलक के संरक्षित छात्रावास का कमरा इतिहास प्रेमियों के लिए एक मुख्य आकर्षण है।\n\n---\n\n## शैक्षणिक और सांस्कृतिक अनुभव\n\n- डेक्कन कॉलेज सेमिनार, कार्यशालाएं और सार्वजनिक व्याख्यान आयोजित करता है; आधिकारिक वेबसाइट पर कार्यक्रम कैलेंडर देखें।\n- परिसर अपने प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों को स्मृति चिन्ह पट्टिकाओं और प्रदर्शनियों के साथ सम्मानित करता है (पुणे मिरर)।\n\n---\n\n## व्यावहारिक आगंतुक जानकारी\n\n### वहां कैसे पहुंचें\n\n- पता: डेक्कन कॉलेज रोड, येरवडा, पुणे – 411006, महाराष्ट्र, भारत\n- टैक्सी/ऑटो-रिक्शा द्वारा: पुणे रेलवे स्टेशन (7 किमी) या पुणे हवाई अड्डे (8 किमी) से 20-30 मिनट\n- सार्वजनिक बस द्वारा: PMPML बसें येरवडा को सेवा प्रदान करती हैं; निकटतम स्टॉप पैदल दूरी पर है\n\n### प्रवेश प्रोटोकॉल\n\n- आगंतुकों को मुख्य द्वार पर पंजीकरण कराना होगा और वैध पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा।\n- बाहरी इलाकों में फोटोग्राफी की अनुमति है; अंदर की विशिष्ट प्रतिबंधों के लिए सुरक्षा से जांच करें।\n\n### सुविधाएं\n\n- मुख्य भवनों में शौचालय और एक छोटा कैफेटेरिया उपलब्ध है।\n- छात्रावास की व्यवस्था छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए है, लेकिन अग्रिम सूचना के साथ अतिथि व्यवस्था की जा सकती है।\n\n---\n\n## यात्रा का सबसे अच्छा समय\n\n- अक्टूबर से मार्च: सुखद मौसम, परिसर में घूमने और संग्रहालयों का अन्वेषण करने के लिए अनुशंसित।\n- मानसून (जून-सितंबर): हरा-भरा लेकिन बार-बार बारिश; गर्मियां (मार्च-जून) बहुत गर्म हो सकती हैं।\n\n---\n\n## पास के आकर्षण\n\nपुणे के इन ऐतिहासिक स्थलों के साथ अपनी यात्रा को मिलाएं:\n- आगा खान पैलेस (2 किमी)\n- शनिवार वाडा (8 किमी)\n- ओशो अंतर्राष्ट्रीय ध्यान रिज़ॉर्ट (4 किमी)\n- पुणे-ओकायामा मैत्री गार्डन (इंडियन हॉलिडे ट्रिप)\n\n---\n\n## आगंतुक सुझाव\n\n- निर्देशित टूर और शोध पहुंच पहले से बुक करें।\n- विनम्रतापूर्वक कपड़े पहनें और शैक्षणिक शिष्टाचार बनाए रखें।\n- पानी और धूप से बचाव की सामग्री साथ रखें।\n- पास के स्थलों का पता लगाने के लिए अपनी यात्रा का कार्यक्रम बनाएं।\n\n---\n\n## अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)\n\nप्र: डेक्कन कॉलेज पुणे के आगंतुक घंटे क्या हैं?\nA: आम तौर पर, सोमवार से शुक्रवार, सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक; यात्रा करने से पहले पुष्टि करें।\n\nप्र: क्या प्रवेश शुल्क है?\nA: परिसर में प्रवेश निःशुल्क है; संग्रहालय में प्रवेश के लिए मामूली टिकट की आवश्यकता हो सकती है।\n\nप्र: क्या निर्देशित टूर उपलब्ध हैं?\nA: हाँ, अग्रिम नियुक्ति द्वारा।\n\nप्र: क्या परिसर व्हीलचेयर-सुलभ है?\nA: अधिकांश मुख्य भवन सुलभ हैं, लेकिन कुछ विरासत क्षेत्रों में सीमाएँ हैं।\n\nप्र: क्या मैं तस्वीरें ले सकता हूँ?\nA: बाहर अनुमति है; अंदर फोटोग्राफी प्रतिबंधित हो सकती है - विवरण के लिए कर्मचारियों से पूछें।\n\nप्र: पुणे हवाई अड्डे या रेलवे स्टेशन से वहां कैसे पहुंचा जाए?\nA: टैक्सी या ऑटो-रिक्शा द्वारा (20-30 मिनट), या सार्वजनिक परिवहन द्वारा।\n\n---\n\n## आवश्यक संपर्क\n\n- डेक्कन कॉलेज पोस्ट-ग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट\n - पता: डेक्कन कॉलेज रोड, येरवडा, पुणे – 411006, महाराष्ट्र, भारत\n - फ़ोन: +91-20-26513200\n - आधिकारिक वेबसाइट\n\n---\n\n## सारांश\n\nडेक्कन कॉलेज पोस्ट-ग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट पुणे में अकादमिक उपलब्धि, ऐतिहासिक संरक्षण और सांस्कृतिक महत्व का एक प्रकाश स्तंभ बना हुआ है। इसकी प्रभावशाली इंडो-गॉथिक परिसर, समृद्ध संग्रहालय संग्रह, और पुरातत्व और भाषा विज्ञान में इसके योगदान इसे पुणे की विरासत की खोज करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक आवश्यक पड़ाव बनाते हैं। निःशुल्क परिसर प्रवेश, सुलभ सुविधाओं और अन्य प्रमुख आकर्षणों से निकटता के साथ, यह पर्यटकों, छात्रों और विद्वानों के लिए एक गहन अनुभव प्रदान करता है।\n\nएक पुरस्कृत और निर्बाध यात्रा के लिए, हमेशा नवीनतम जानकारी के लिए डेक्कन कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट देखें, निर्देशित टूर के लिए पहले से योजना बनाएं, और पुणे के अन्य ऐतिहासिक स्थलों का पता लगाने पर विचार करें। अपने अनुभव को समृद्ध करने के लिए ऑडिएला ऐप डाउनलोड करें।\n\n---\n\n## संदर्भ\n\n- पुणे का ऐतिहासिक डेक्कन कॉलेज अपने द्विशताब्दी वर्ष में प्रवेश करता है, स्वराज्यमैग\n- डेक्कन कॉलेज पोस्ट ग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट पुणे, सक्सेससीडीएस\n- [डेक्कन कॉलेज पुणे कैंपस अवलोकन, कॉलेजदेख]](https://www.collegedekho.com/colleges/deccan-college-pune-campus)\n-पुणे का प्रतिष्ठित डेक्कन कॉलेज, न्यूज़भारती\n- डेक्कन कॉलेज पोस्ट-ग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट पुणे, गेटमाईयुनि\n- डेक्कन कॉलेज में, पुणे मिरर\n- पुणे में 10 अवश्य घूमने योग्य स्थान: इस दक्कन शहर के छिपे हुए रत्नों की खोज करें, इंडियन हॉलिडे ट्रिप\n- आजतक कैंपस: डेक्कन कॉलेज पीजी एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट\n\n---\n\n