राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान, तंजावुर
राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान (NIFTEM-T), तंजावुर, भारत का व्यापक मार्गदर्शिका: इतिहास, महत्व, आगंतुक युक्तियाँ, और पर्यटकों को यादगार अनुभव के लिए सब कुछ जानना आवश्यक है
दिनांक: 14/06/2025
NIFTEM-T तंजावुर का परिचय: महत्व और अवलोकन
राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान - तंजावुर (NIFTEM-T) एक प्रमुख संस्थान है जो भारत की जीवंत सांस्कृतिक विरासत और खाद्य प्रौद्योगिकी में राष्ट्र की तीव्र प्रगति के संगम पर खड़ा है। तंजावुर, तमिलनाडु में स्थित - जिसे “तमिलनाडु का धान का कटोरा” के रूप में जाना जाता है - NIFTEM-T आगंतुकों को विश्व स्तरीय शैक्षणिक सुविधाओं और तंजावुर के ऐतिहासिक स्थलों की भव्यता दोनों का पता लगाने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। मूल रूप से 1967 में पैडी प्रोसेसिंग रिसर्च सेंटर (PPRC) के रूप में स्थापित और बाद में भारतीय फसल प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान (IICPT) में विकसित हुआ, संस्थान को 2021 में NIFTEM-T के रूप में अपनी वर्तमान स्थिति प्राप्त हुई। आज, इसे खाद्य प्रसंस्करण अनुसंधान, उद्यमिता और नवाचार में एक अग्रणी के रूप में मान्यता प्राप्त है।
NIFTEM-T की यात्रा आगंतुकों को अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं, पायलट संयंत्रों और एक सक्रिय ऊष्मायन केंद्र को देखने का अवसर देती है, जो भारत के सबसे प्रतिष्ठित सांस्कृतिक स्थलों में से कुछ की पृष्ठभूमि में स्थापित है। इनमें सबसे प्रमुख यूनेस्को विश्व धरोहर-नामित बृहदेश्वर मंदिर है, जो 1010 ईस्वी का एक वास्तुशिल्प चमत्कार है, साथ ही विशाल श्रीरंगम रंगनाथस्वामी मंदिर भी है। यह मार्गदर्शिका NIFTEM-T और तंजावुर के प्रतिष्ठित आकर्षणों में एक पुरस्कृत अनुभव सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत आगंतुक घंटे, टिकट जानकारी, पहुंच विकल्प और यात्रा युक्तियाँ प्रदान करती है।
नवीनतम अपडेट के लिए, आधिकारिक NIFTEM-T वेबसाइट देखें। ऐतिहासिक जानकारी और पर्यटन संसाधनों के लिए, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और तमिलनाडु पर्यटन विकास निगम देखें।
सामग्री तालिका
- NIFTEM-T तंजावुर का परिचय: अवलोकन और महत्व
- NIFTEM-T का ऐतिहासिक विकास
- NIFTEM-T का दौरा: व्यावहारिक जानकारी
- परिसर और वास्तुशिल्प मुख्य आकर्षण
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) - NIFTEM-T
- अपनी यात्रा की योजना बनाना: युक्तियाँ और सिफारिशें
- तंजावुर बृहदेश्वर मंदिर: आगंतुक मार्गदर्शिका
- श्रीरंगम रंगनाथस्वामी मंदिर: इतिहास और आगंतुक मार्गदर्शिका
- सारांश और अंतिम युक्तियाँ
- संदर्भ
NIFTEM-T तंजावुर: खाद्य प्रौद्योगिकी और विरासत का केंद्र
NIFTEM-T का ऐतिहासिक विकास
तंजावुर चोल काल से ही सीखने का केंद्र रहा है, जो अपनी विद्वान सरस्वती महल लाइब्रेरी और दक्षिण भारत के सांस्कृतिक इतिहास में अपनी भूमिका के लिए प्रसिद्ध है। NIFTEM-T इस विरासत पर आधारित है, जिसकी शुरुआत 1967 में पैडी प्रोसेसिंग रिसर्च सेंटर (PPRC) के रूप में हुई थी। चावल मिलिंग और कटाई के बाद प्रबंधन पर इसका प्रारंभिक ध्यान दशकों से विस्तारित हुआ, जो 2021 में NIFTEM-T में इसके परिवर्तन के साथ समाप्त हुआ। संस्थान अब खाद्य प्रसंस्करण में उद्यमिता, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन का चैंपियन है, जो इसे भारत के खाद्य उद्योग में रुचि रखने वाले शिक्षाविदों, छात्रों और आगंतुकों के लिए एक आवश्यक पड़ाव बनाता है।
NIFTEM-T का दौरा: व्यावहारिक जानकारी
स्थान और पहुंच
- पता: तंजावुर शहर के पास, तमिलनाडु, भारत
- शहर के केंद्र से दूरी: लगभग 10 किमी
- निकटतम रेलवे स्टेशन: तंजावुर जंक्शन
- निकटतम हवाई अड्डा: तिरुचिरापल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (60 किमी)
संस्थान शहर और हवाई अड्डे से टैक्सी, बसें और निजी वाहनों द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
आगंतुक घंटे और प्रवेश
- खुला: सोमवार से शनिवार, सुबह 9:00 बजे – शाम 5:00 बजे
- प्रवेश: आगंतुकों के लिए निःशुल्क; निर्देशित दौरे और अनुसंधान सुविधा यात्राओं के लिए पूर्व अनुमति की आवश्यकता होती है
- टिकट: कोई प्रवेश शुल्क नहीं; आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से दौरे बुक करें
निर्देशित दौरे और सार्वजनिक जुड़ाव
निर्देशित दौरे NIFTEM-T की प्रयोगशालाओं, पायलट संयंत्रों और ऊष्मायन केंद्रों में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। आगंतुक कार्यशालाओं, सेमिनारों और प्रदर्शनियों में भी भाग ले सकते हैं। शेड्यूल के लिए, आधिकारिक कार्यक्रम कैलेंडर देखें।
पहुंच
परिसर व्हीलचेयर-अनुकूल है, जिसमें रैंप और लिफ्ट हैं। विशेष आवश्यकता वाले आगंतुकों को पहले से प्रशासन से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
आस-पास के आकर्षण
- बृहदेश्वर मंदिर: यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल
- सरस्वती महल लाइब्रेरी
- तंजावुर पैलेस संग्रहालय
परिसर और वास्तुशिल्प मुख्य आकर्षण
NIFTEM-T पर्यावरण-अनुकूल परिवेश में आधुनिक बुनियादी ढांचे का दावा करता है:
- उन्नत शैक्षणिक ब्लॉक और प्रयोगशालाएँ
- खाद्य इंजीनियरिंग, सूक्ष्म जीव विज्ञान और संवेदी अध्ययन में अनुसंधान सुविधाएँ
- खाद्य और फसल प्रसंस्करण के लिए पायलट संयंत्र
- खाद्य स्टार्टअप के लिए ऊष्मायन केंद्र
- भू-दृश्य उद्यान और जल निकाय

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) – NIFTEM-T
Q1: NIFTEM-T के आगंतुक घंटे क्या हैं? A: सोमवार से शनिवार, सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक।
Q2: क्या कोई प्रवेश शुल्क है? A: नहीं, प्रवेश निःशुल्क है। निर्देशित दौरों के लिए अग्रिम बुकिंग की आवश्यकता होती है।
Q3: क्या निर्देशित दौरे उपलब्ध हैं? A: हाँ, पूर्व व्यवस्था द्वारा।
Q4: क्या फोटोग्राफी की अनुमति है? A: सार्वजनिक क्षेत्रों में अनुमति है; प्रयोगशालाओं के लिए अनुमति आवश्यक है।
Q5: हवाई अड्डे से NIFTEM-T कैसे पहुँचें? A: तिरुचिरापल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 60 किमी दूर टैक्सी या बस से।
Q6: क्या सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं? A: हाँ। विवरण के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें।
अपनी यात्रा की योजना बनाना: युक्तियाँ और सिफारिशें
- सर्वश्रेष्ठ समय: सुखद मौसम और त्योहारों के लिए नवंबर से फरवरी
- आवास: होटल ग्ननाम, आइडियल रिवर व्यू रिज़ॉर्ट जैसे विकल्प
- भोजन: स्थानीय भोजनालयों में दक्षिण भारतीय व्यंजनों का स्वाद लें
- शिष्टाचार: मामूली कपड़े पहनें; प्रतिबंधित क्षेत्रों में तस्वीरों के लिए अनुमति लें
तंजावुर बृहदेश्वर मंदिर: आगंतुक मार्गदर्शिका
परिचय और ऐतिहासिक महत्व
बृहदेश्वर मंदिर, जिसे बिग टेंपल के नाम से भी जाना जाता है, तंजावुर का एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल और द्रविड़ वास्तुकला की एक उत्कृष्ट उपलब्धि है। 1010 ईस्वी में राजा राजा चोल प्रथम द्वारा निर्मित, यह भारत के सबसे ऊंचे और सबसे प्रभावशाली हिंदू मंदिरों में से एक बना हुआ है, जो भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर चोल राजवंश की वास्तुशिल्प और कलात्मक प्रतिभा का प्रतीक है।
आगंतुक घंटे और टिकट की जानकारी
- खुला: दैनिक, सुबह 6:00 बजे – दोपहर 12:00 बजे और शाम 4:00 बजे – रात 8:30 बजे
- प्रवेश: सभी आगंतुकों के लिए निःशुल्क
- फोटोग्राफी शुल्क: प्रति कैमरा INR 25 (स्थिर); INR 200 (वीडियो)। प्रवेश द्वार पर टिकट उपलब्ध हैं।
सांस्कृतिक और वास्तुशिल्प मुख्य आकर्षण
- विमान: 66 मीटर का ग्रेनाइट टॉवर इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है।
- भित्ति चित्र और मूर्तियाँ: विस्तृत भित्ति चित्र हिंदू पौराणिक कथाओं और चोल इतिहास को दर्शाते हैं।
- अखंड नंदी: एक विशाल बैल की प्रतिमा, जिसे एक ही पत्थर से तराशा गया है, गर्भगृह की ओर मुख किए हुए है।
- मंदिर का कुंड: अनुष्ठानों और त्योहारों के लिए उपयोग किया जाता है।
पहुंच और सुविधाएं
- मुख्य प्रवेश द्वारों पर व्हीलचेयर पहुंच
- शौचालय, जल स्टेशन और स्मृति चिन्ह की दुकानें
- अनुरोध पर निर्देशित दौरे उपलब्ध
आस-पास के आकर्षण
- तंजावुर शाही महल और संग्रहालय
- सरस्वती महल लाइब्रेरी
- श्वार्ट्ज चर्च
यात्रा युक्तियाँ
- मामूली कपड़े पहनें
- गर्भगृह के अंदर फोटोग्राफी निषिद्ध है
- जीवंत अनुभव के लिए महाशिवरात्रि या अन्य त्योहारों के दौरान जाएँ
- गहरी अंतर्दृष्टि के लिए स्थानीय गाइड किराए पर लें
FAQs – बृहदेश्वर मंदिर
Q: मंदिर के खुलने का समय क्या है? A: दैनिक सुबह 6:00 बजे – दोपहर 12:00 बजे और शाम 4:00 बजे – रात 8:30 बजे।
Q: क्या कोई प्रवेश शुल्क है? A: प्रवेश निःशुल्क है; फोटोग्राफी के लिए मामूली शुल्क लगता है।
Q: क्या निर्देशित दौरे उपलब्ध हैं? A: हाँ, अनुरोध पर।
Q: क्या त्योहारों के दौरान दौरा किया जा सकता है? A: हाँ, महाशिवरात्रि जैसे त्योहारों की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है।
श्रीरंगम रंगनाथस्वामी मंदिर: इतिहास और आगंतुक मार्गदर्शिका
ऐतिहासिक और वास्तुशिल्प महत्व
तिरुचिरापल्ली के पास श्रीरंगम द्वीप पर स्थित, रंगनाथस्वामी मंदिर दुनिया के सबसे बड़े कार्यात्मक हिंदू मंदिर परिसरों में से एक है। इसकी उत्पत्ति प्रारंभिक मध्ययुगीन काल से है, जिसमें चोल, पांड्य, विजयनगर और नायक शासकों द्वारा सुधार किए गए थे। मंदिर 156 एकड़ में फैले अपने द्रविड़ वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें सात समकेंद्रित घेरे हैं।
आगंतुक घंटे और टिकट
- खुला: दैनिक, सुबह 6:00 बजे – दोपहर 12:30 बजे; दोपहर 3:00 बजे – रात 9:00 बजे
- प्रवेश: निःशुल्क; विशेष दर्शन/दौरे के लिए नाममात्र शुल्क की आवश्यकता हो सकती है
- फोटोग्राफी: कुछ क्षेत्रों में अनुमति है, गर्भगृह के अंदर प्रतिबंध लागू होते हैं
यात्रा युक्तियाँ और सर्वश्रेष्ठ फोटोग्राफिक स्थान
- पारंपरिक या मामूली कपड़े पहनें
- अनुष्ठानों और भीड़ से बचने के लिए जल्दी पहुँचें
- राजगोपुरम, हजार स्तंभों वाला हॉल, और मंदिर का कुंड प्रमुख फोटो स्थल हैं
त्योहार और कार्यक्रम
- वैकुंठ एकादशी, ब्रह्मोत्सवम, पोंगल: भव्य अनुष्ठानों, जुलूसों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ प्रमुख त्योहार
कैसे पहुँचें
- सड़क मार्ग से: तिरुचिरापल्ली शहर के केंद्र से 12 किमी दूर
- रेल मार्ग से: श्रीरंगम रेलवे स्टेशन पास में है
- हवाई मार्ग से: तिरुचिरापल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (15 किमी)
FAQs – श्रीरंगम रंगनाथस्वामी मंदिर
Q: क्या कोई ड्रेस कोड है? A: हाँ, मामूली या पारंपरिक पोशाक अपेक्षित है।
Q: क्या पास में आवास के विकल्प उपलब्ध हैं? A: हाँ, श्रीरंगम और तिरुचिरापल्ली में विभिन्न होटलों और गेस्ट हाउसों की सुविधा उपलब्ध है।
Q: क्या निर्देशित दौरे उपलब्ध हैं? A: हाँ, स्थानीय एजेंसियों या मंदिर प्रशासन के माध्यम से।
Q: क्या विदेशी दौरा कर सकते हैं? A: हाँ, सभी का स्वागत है।
सारांश: मुख्य बिंदु और अंतिम युक्तियाँ
तंजावुर में NIFTEM-T का दौरा वैज्ञानिक नवाचार और सांस्कृतिक खोज का एक दुर्लभ मिश्रण प्रदान करता है। बृहदेश्वर मंदिर और श्रीरंगम रंगनाथस्वामी मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थलों के पास संस्थान का स्थान एक समग्र शैक्षिक और विरासत अनुभव को सक्षम बनाता है। आसान पहुंच, निर्देशित दौरे और आगंतुक-अनुकूल सुविधाएं एक सहज यात्रा सुनिश्चित करती हैं।
एक पुरस्कृत दौरे के लिए:
- नवंबर और फरवरी के बीच यात्रा करें
- त्योहारों और प्रदर्शनियों के लिए कार्यक्रम कैलेंडर देखें
- अपडेट और गाइड के लिए Audiala ऐप जैसे टूल डाउनलोड करें
आधिकारिक NIFTEM-T वेबसाइट पर जाकर अपनी यात्रा शुरू करें और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और तमिलनाडु पर्यटन विकास निगम जैसे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक प्लेटफार्मों के माध्यम से और अधिक अन्वेषण करें।
संदर्भ
- तंजावुर में NIFTEM का दौरा: इतिहास, दौरे और आवश्यक आगंतुक जानकारी, 2025, NIFTEM तंजावुर आधिकारिक वेबसाइट (https://www.niftem-t.ac.in/)
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण आधिकारिक वेबसाइट, 2025 (https://asi.nic.in)
- तमिलनाडु पर्यटन विकास निगम, 2025 (https://www.tamilnadutourism.tn.gov.in)